भारत का पहला ऑनलाइन B2B ज्वैलरी एग्जीबिशन
मुंबई, 30 जुलाई, 2020: भारत में B2B एग्जीबिशन के सबसे बड़े आयोजक, इन्फॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया (पहले यूबीएम इंडिया के नाम से मशहूर), तथा इन्फॉर्मा मार्केट्स के ज्वैलरी ग्रुप द्वारा संचालित एक व्यापक डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए पेशेवर खरीदारों और विक्रेताओं को एक साथ लाने वाली ऑनलाइन B2B कम्युनिटी, ज्वैलरी नेट ने साथ मिलकर 19 से 20 अगस्त, 2020 के दौरान 'ज्वैलरी एंड जेम्स वर्चुअल एग्जीबिशन' के शुभारंभ की घोषणा की।
लोगों की सुरक्षा से जुड़े सख़्त नियम, जैसे कि सामान्य रूप से आवागमन पर प्रतिबंध तथा देश में फैल चुकी महामारी की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग ने एग्जीबिशन इंडस्ट्री को बुरी तरह प्रभावित किया है और फिलहाल पहले की तरह एग्जीबिशन का आयोजन करना संभव नहीं है। परंतु एग्जीबिशन की निरंतरता को बरकरार तथा रत्न और आभूषण उद्योग जगत की जरूरतों को पूरा करने रखने के लिए काफी सोच-विचार के बाद 'ज्वैलरी एंड जेम्स वर्चुअल एग्जीबिशन' की योजना तैयार की गई है। यह एग्जीबिशन इस पेशे से जुड़े लोगों को व्यावसायिक स्तर पर एक-दूसरे से बातचीत के सिलसिले को बरकरार रखने का अवसर देता है और उन्हें सहज एवं व्यावहारिक समाधान प्रदान करता है।
'ज्वैलरी एंड जेम्स वर्चुअल एग्जीबिशन' को द बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन, मालीवारा ज्वैलर्स एसोसिएशन, दिल्ली, मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन, दिल्ली ज्वैलर्स एसोसिएशन, हाईटेक सिटी ज्वैलरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन और ज्वैलरी एंड मशीनरी एसोसिएशन का समर्थन प्राप्त है, और यह एग्जीबिशन रत्न एवं आभूषण बिरादरी से जुड़े जाने-माने ब्रांडों, सलाहकारों, व्यापार क्षेत्र के विशेषज्ञों तथा प्रमुख सरकारी अधिकारियों को एक वर्चुअल प्लेटफार्म पर एक साथ लाएगी। इस एग्जीबिशन के विजिटर्स प्रोफ़ाइल में आभूषणों के थोक विक्रेता, रिटेलर्स, आयातक एवं निर्यातक, आभूषण निर्माता, हीरा, रत्न व मोतियों के आपूर्तिकर्ता और व्यापारी, कीमती धातु और आभूषणों का कारोबार करने वाले एवं आपूर्तिकर्ता, तथा व्यापार और सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हैं, जो एक-दूसरे से संपर्क करने, जुड़ने और अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए एक छत के नीचे एकत्रित होंगे।
इस वर्चुअल शो में महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल के अलावा कई अन्य भारतीय राज्य भाग लेंगे।
वर्चुअल तरीके से सोर्सिंग करने, कारोबार का संचालन करने, जानकारी एवं दुनिया के बाजारों के ट्रेंड्स से जुड़ी बातों को साझा करने, और सबसे महत्वपूर्ण बात, मौजूदा हालात को देखते हुए इस व्यवसाय से जुड़े लोगों का मनोबल बढ़ाने के लिए एक बेजोड़ प्लेटफार्म बनना ही इस एक्सपो का उद्देश्य है। इसके अलावा, इसमें गोल्ड, डायमंड, सिल्वर, जेमस्टोन, मशीनरी और इससे संबद्ध अन्य व्यवसायों के लिए अलग-अलग पैवेलियन मौजूद होंगे। इस एक्सपो में कई विश्वस्तरीय सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी, जैसे कि डिज़ाइनर गैलरी, 50,000 से अधिक डिज़ाइनों का प्रदर्शन, वीडियो मीट के जरिए खरीदार–विक्रेता के बीच संपर्क, डिजिटल शोरूम, अलग-अलग प्रोडक्ट्स के लॉन्च का कार्यक्रम, नॉलेज सीरीज, इत्यादि। मुख्य रूप से आने वाले त्योहारों तथा प्री-वेडिंग सीजन से पहले रणनीतिक तरीके से इस वर्चुअल एक्सपो के आयोजन की योजना बनाई गई है, क्योंकि इसे खरीदारी के लिहाज से सबसे अच्छा समय माना जाता है।
'ज्वैलरी एंड जेम्स वर्चुअल एग्जीबिशन' के शुभारंभ की घोषणा के अवसर पर, इन्फॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री योगेश मुद्रास ने कहा, “हम रत्न और आभूषण उद्योग जगत के लिए पहली बार वर्चुअल एग्जीबिशन के आयोजन की घोषणा करते हुए बेहद उत्साहित हैं। यह शो अत्याधुनिक होने के साथ-साथ वेब-आधारित प्लेटफ़ॉर्म पर आयोजित होगा, जो लक्जरी ज्वैलरी के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के आभूषणों के शानदार तरीके से प्रदर्शन तथा व्यापार से जुड़ी गहन जानकारी, बाज़ारों के रुझानों और नेटवर्किंग के अवसरों को सुनिश्चित करेगा, और इन सभी सुविधाओं को एक उंगली के स्पर्श के माध्यम से कॉन्फ़िगर किया गया है। हालांकि, अनलॉक के पहले चरण के बाद से रत्न एवं आभूषण उद्योग धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की ओर बढ़ चला है, लेकिन इस दौरान उपभोक्ताओं के व्यवहार में बड़े पैमाने पर बदलाव आया है। इसने आभूषणों के खुदरा विक्रेताओं को नई सोच वाले अपने ग्राहकों की जरूरतों के अनुरूप खुद में बदलाव लाने के लिए विवश कर दिया है। 'ज्वैलरी एंड जेम्स वर्चुअल एग्जीबिशन' बाजार में होने वाले इन बदलाव के अनुरूप जरूरतों को पूरा करने तथा संकट की इस घड़ी में व्यापार के संचालन के लिए एक संगठित संरचना प्रस्तुत करने की एक कोशिश है। इस एक्सपो के माध्यम से हम आभूषणों की खरीदारी से जुड़े लोगों को आत्मविश्वास, विविधता, प्रामाणिकता और पारदर्शिता का भरोसा प्रदान करते हैं, तथा उनके लिए एक अद्वितीय मानक स्थापित करते हैं।”
भारत सरकार ने रत्न एवं आभूषण उद्योग जगत को चैंपियन क्षेत्रों में से एक के तौर पर मान्यता दी है, जो निवेशकों को समर्थन प्रदान करने के साथ-साथ भारत की विनिर्माण क्षमताओं को बेहतर बनाने में सक्षम है। कोविड-19 इकलौता ऐसा कारक है जिसकी वजह से आभूषणों की मांग की प्रवृत्ति में बदलाव आया है और यह बुरी तरह प्रभावित हुआ है, और हाल ही में वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 की पहली तिमाही में विश्वस्तर पर आभूषणों का कारोबार अपने न्यूनतम स्तर पर रहा तथा इसमें 39% की गिरावट दर्ज की गई। भारत की बात की जाए, तो यहां आभूषणों की मांग 41% घटकर ग्यारह साल के निचले स्तर पर आ गई, जबकि वर्ष 2020 की पहली तिमाही में स्थानीय सोने की कीमतों में लगातार उछाल जारी रही और यह पिछले ऐतिहासिक आंकड़ों को पार कर गया। हालांकि, रत्न एवं आभूषण उद्योग धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा है और अनलॉक 1.0 के बाद इसमें सुधार नजर आ रहा है तथा बिक्री में 20-25% की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, भारतीयों के साथ अभी भी अनिश्चितता की स्थिति बरकरार है, इसके बावजूद भावनात्मक और तर्कसंगत दृष्टि से वे सोना खरीदने के लिए इच्छुक दिखाई देते हैं, क्योंकि यह निवेश के लिए बेहद सुरक्षित साधन है। इसे सिर्फ सजने-संवरने का माध्यम नहीं माना जाता है, बल्कि इसे सुरक्षा का प्रतीक भी समझा जाता है।
इस वर्चुअल एक्सपो में उद्योग जगत के विशेषज्ञों द्वारा सेमिनार का आयोजन किया जाएगा, जिसमें रत्न एवं आभूषण उद्योग: खुद को 'नई परिस्थितियों' के अनुरूप ढालने की तैयारी, वर्ष 2020-21 में एक रणनीतिक संपत्ति के रूप में गोल्ड, सरकारी आदेश और उद्योग जगत को हॉलमार्किंग के लाभ, आदि विषय शामिल हैं। इस कॉन्फ्रेंस सेमिनार में भाग लेने वाले प्रमुख प्रतिनिधियों की सूची में भारतीय मानक ब्यूरो, जीआईए (GIA) जैसे संगठनों के अलावा देश के शीर्ष आभूषण संघों के गणमान्य व्यक्तियों के नाम शामिल हैं।
इस साल के एग्जीबिटर्स की सूची में वी.के. ज्वेल्स, एसएमआर (SMR), तन्वी गोल्ड कास्ट, स्वर्णशिल्प, जेकेएस (JKS) सहित कई अन्य कंपनियां शामिल हैं। इसकी शुरुआत के तौर पर, इन्फॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया के ज्वैलरी पोर्टफोलियो, जिसमें HJF और DJGF जैसे शो शामिल हैं, ने सफल वेबिनार की एक श्रृंखला का आयोजन किया, जिसमें मौजूदा संकट से उबरने, अपने अस्तित्व को बचाने एवं कारोबार को पटरी पर लौटाने की रणनीति के साथ इस संकट के प्रभाव को कम करने, तथा उत्तर भारतीय रत्न एवं आभूषण उद्योग: चुनौतियों से समाधान तक की तैयारी जैसे विषयों पर चर्चा की गई।
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