^ स्किन ऑफ कॅरेज’कैंपेन शुरू किया -
- एफएमसीजी क्षेत्र की प्रमुख स्वदेशी कंपनी आरएएसएच ‘ज्वॉय’, ‘एक्स-मेन’, और ‘कारिस’ जैसे पर्सनल केयर रेंज की ओनर है; अफ्रीका, पश्चिमी एशिया और दक्षिण एशिया, सार्क क्षेत्र के 25 देशों में उत्पादों का होता है निर्यात; वर्ष 2022-23 तक अपना टर्नओवर दोगुना कर 1000 करोड़ रु. करने का लक्ष्य
-ज्वॉय की सेंसिटिव रेंज और इसका कैंपेन ‘स्किन ऑफ कॅरेज’ ब्रांड के उद्देश्य का प्रकटन है, जो कि ‘सभी को किफायती कीमत पर अच्छे उत्पादों को उपलब्ध कराना है’
-कैंपेन की एक प्रमुख पहल का उद्देश्य एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए एनजीओ के साथ मिलकर देशव्यापी स्तर पर रोजगार अवसर प्रदान करना है
- इस उद्देश्योन्मुखी ब्रांड पहल को विस्तार देने हेतु, इस ब्रांड ने बॉलीवुड मूवी ‘छपाक’ के साथ करार किया है ताकि एसिड अटैक सर्वाइवर्स की संवेदनशील त्वचा के लिए विशेष रूप से तैयार किये गये उत्पादों के बारे में बताया जा सके ~ *
मुंबई, 6 जनवरी, 2020: स्किन केयर प्रोडक्ट्स के व्यवसाय से जुड़ी पर्सनल केयर कंपनी, आरएसएच ग्लोबल ने अपने ‘ज्वॉय’ ब्रांड के नाम से आज प्रोडक्ट्स की नई रेंज लॉन्च की। ज्वॉय सेंसिटिव रेंज जरिए उपलब्ध कराये जाने वाले ये प्रोडक्ट्स एसिड अटैक सर्वाइवर्स की संवेदनशील त्वचा के लिए अत्यंत उपयुक्त हैं।
‘ज्वॉय सेंसिटिव’ प्रोडक्ट रेंज में फेस-वॉश, मॉइश्चराइजर, क्रीम व सनस्क्रीन शामिल हैं। प्रोडक्ट्स की इस रेंज को अत्यंत संवेदनशील त्वचा की दैनिक देखभाल की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इन उत्पादों को एलोवेरा और कैमोमाइल से निकाले गये प्राकृतिक पदार्थों से तैयार किया गया है, जो संवेदनशील त्वचा को मॉइश्चराइज रखते हैं और राहत पहुंचाते हैं। एलोवेरा में शीतलता का गुण पाया जाता है और यह अज्वलनशील होती है, जबकि कैमोमाइल प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है और यह त्वचा की जलन से राहत पहुंचाता है व नये उत्तकों का निर्माण करता है। ये उत्पाद हाइपोएलर्जेनिक नॉन-कॉमेडोजेनिक एवं डर्मेटोलॉजिकली टेस्टेड हैं। यही नहीं, ये प्रोडक्ट्स रंगरहित, सल्फेटरहित हैं और ये 100 प्रतिशत शाकाहारी हैं। ब्रांड द्वारा ‘स्किन ऑफ कॅरेज’ कैंपेन भी शुरू किया गया और इस कैंपेन के जरिए कई पहलें की जायेंगी, जैसे-एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए रोजगार अवसर उपलब्ध कराना, ‘छपाक’ मूवी के साथ करार। इस कैंपेन का ऑन-एयर व डिजिटल प्रोमोशन भी किया जायेगा।
इस रेंज के बारे में, आरएसएच ग्लोबल के चेयरमैन, सुनिल अग्रवाल ने बताया, ‘‘दुनिया भर में एसिड हमलों की सबसे अधिक वारदातें भारत में होती हैं और एसिड अटैक सर्वाइवर्स की अत्यंत संवेदनशील त्वचार के लिए उपलब्ध मौजूदा उत्पाद आसानी से उपलब्ध नहीं हैं या फिर महंगे हैं या डर्मा कैटेगरी के हैं। इसलिए, ‘ज्वॉय सेंसिटिव’ में उत्पाद तैयार करने में किफायतीपन का महत्वपूर्ण रूप से ध्यान रखा गया।
कंपनी की हमेशा से यह कोशिश रही है कि किफायती कीमत पर अच्छे उत्पाद उपलब्ध करायें और अत्यंत संवेदनशील त्वचा के लिए इस नयी रेंज को लाने के पीछे यही सोच रही है। व्यक्तिगत तौर पर, मेरे 30 वर्षों के उद्यमीय सफर में यह सबसे संतोषप्रद प्रोजेक्ट है और हम सभी को इसके उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया जानने की प्रतीक्षा है।’’
आरएसएच ग्लोबल के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, पॉलोमी रॉय ने कहा, ‘‘अच्छे उत्पादों को किफायती कीमतों पर उपलब्ध कराना ही इस कंपनी का उद्देश्य रहा है। और यह प्रोजेक्ट इसी का प्रतीक है और स्किन ऑफ कॅरेज कैंपेन उद्देश्यपूर्ण मार्केटिंग का प्रमाण है।
साधारण पृष्ठभूमि की लड़कियां/महिलाएं प्रायः एसिट हमलों की शिकार होती हैं। इसलिए, आम लोगों का ब्रांड होने और घरेलू इंफ्रास्ट्रक्चर, शोध एवं विकास, संसाधन एवं लॉजिस्टिक्स के साथ, हमारे मन में यह विचार आया कि क्या हम उनके लिए किफायती कीमत पर विशेष प्रोडक्ट तैयार कर सकते हैं? और इस प्रकार, काफी शोध एवं नवाचार के जरिए ‘ज्वॉय सेंसिटिव’ ने मूर्त रूप लिया।
’जॉय सेंसिटिव’ के लॉन्च के दौरान छपाक रिलीज, ने एक एसोसिएशन को ट्रिगर किया जो सामान्य प्रोन्नति और सेलिब्रिटी पेशेंट से बहुत अधिक था। सह-ब्रांडेड टीवीसी के अलावा, हम 200 से अधिक एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए फिल्म की एक विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन कर रहे हैं। हम अभियान के एक हिस्से के रूप में एक गैर सरकारी संगठन के साथ जुड़कर एसिड हमले के बचे लोगों के लिए एक राष्ट्रव्यापी रोजगार अभियान शुरू करने की प्रक्रिया में हैं। इसका कारण बड़े पैमाने पर डिजी-टैली को बढ़ावा देना होगा। ”
इस परियोजना पर काम करना मेरे लिए एक अत्यंत संतुष्टिदायक अनुभव रहा है और इसके लिए हमें लंबा रास्ता तय करना है। ”
निल्सन मैट डेटा 2018-19 के अनुसार, आरएसएच ग्लोबल स्किन केयर मार्केट में ₹13,000 करोड़ के टर्नओवर के साथ सातवीं सबसे बड़ी स्किनकेयर कंपनी है। इसका उद्देश्य अपने टर्नओवर को वर्ष 2018-19 के ₹490 करोड़ से बढ़ाकर वर्ष 2022-23 तक दोगुना करना है। यह अफ्रीका, पश्चिम एशिया व दक्षिण एशिया तथा सार्क क्षेत्र के 25 देशों को निर्यात करता है।
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